संस्था के उद्देश्य व लक्ष्य

जिन उद्देश्यों के लिये संस्था की स्थापना की गई है वे निम्नप्रकार है।

  1. संस्था समाज के कमजोर, गरीब, निर्धन, असहाय, अपंग, निराश्रित, बेसहारा, विधवा औरतों व वृ़द्ध पुरूषों के लिए अपने स्तर पर समाज में उचित सम्मान व सहायता, सहयोग उपलब्ध कराने हेतु उचित प्रयास करेगी।
  2. स्वास्थ्य के क्षेत्र में संस्था कैम्प लगवाकर उचित इलाज मुहैया करवायेगी एव बाल श्रम रोकने के लिए ही सम्भव प्रयास करना एवं संस्था के माध्यम से समाज के सभी वर्गो में धार्मिक, समाजिक और राष्ट्र प्रेम की भावना को बढ़ाना तथा समाज व राष्ट्र के विकास के लिए कार्य करना।
  3. महिलाओ को सिलाई, कढ़ाई, बुनाई, कम्प्यूटर का कोर्स संस्था द्वारा सुविधा केंद्र खोलकर करवाया जायेगा एवं बूढ़े बुजुर्गो व असहाय लोगों की आर्थिक सहायता करना, रहन-सहन, खाने- पीने का प्रबन्ध करना व उनके लिए स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन करना व इनकी सभी प्रकार की समस्याओं का समाधान करना तथा महिलाओं के विभिन्न सेल का निर्माण कार्य महिलाओं के विकास में सरकारी क्रियावहन को आगे बढ़ाना एवं पुलिस उत्पीड़न रोकने का कार्य संस्था हर सम्भव प्रयास करेगी।
  4. समाज में अच्छी शिक्षा  प्रचार – प्रसार करना तथा समाज के लोगों के जीवन स्तर को सुधारने का प्रयास करना एवं संस्था द्वारा अपनी समस्त योजनाओं, कार्यक्रमों व उद्देश्यों का प्रचार – प्रसार समस्त माध्यमों से जैसे न्यूज, विज्ञाापन, पम्पलेट, लेख, पोस्टर, बैनर, होल्डिंग, रेडियो, टेलिविजन आदि के माध्यम से करते हुए जनता तक पहुंचाने का प्रयास करना। जिससे क्षेत्रिय जनता लाभान्वित हो सकें।
  5. नशामुक्ति केन्द्र के साथ मिलकर समाज को नशामुक्त बनाने का प्रयास करना। समय -समय पर रक्तदान शिविरोें का आयोजन करना। बहुजन हिताय- बहुजन सुखाय की नीति अपना कर समाज को निर्भय व आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना।
  6. सरकार द्वारा विशेष स्वास्थ्य सेवाओं का प्रचार-प्रसार करना क्षयरोग, कैंसर, एड्स आदि बीमारीयो के बारे में सरकारी कार्यक्रम का ज्ञान देना एवं चिकित्सा सुविधा हेतु सही मार्गदर्शन करना।
  7. असामाजिक तत्वों से निपटने एवं सरकार के बहुमुखी योजनाओं को साकार करने के लिए संस्था द्वारा मानवाधिकारों के हनन को रोकने हेतू हर संभव प्रयास करना जनता को उनके मूल अधिकारों एवव् कर्तव्यों के प्रति जागरूक करना।
  8. समाज के समस्त व्यक्तियों को भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, के मामले में दिशा-निर्देश करना व लोक अदालतों के माध्यम से आम व्यक्तियों को न्याय दिलाना एवं सूचना अधिकार अधिनियम की जानकारी एवं जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन करना।
  9. संक्रामक रोगों जैसे एच0आई0वी0, एड्स के प्रति लोगों को जागरूकता लाना तथा जानलेवा बीमारियों की रोकथाम करना। समय-समय पर रक्तदान शिविर आदि लाना।
  10. पर्यावरण की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करना तथा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करना।
  11. सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ आम जनता तक पहुंचाने तथा सरकारी भागीदारी योजना के अन्तर्गत सरकार से आर्थिक सहायता प्राप्त करना।
  12. समाज में बढ़ते अपराध को रोकना तथा समस्त युवावर्ग को समाज व राष्ट्र के उत्थान साथ जोड़ना।
  13. भारतीय संविधान में प्रदत्त सामाजिक न्याय, शिक्षा और आर्थिक उत्थान के लिए प्रयास करनां!
  14. समाज में व्याप्त कुरीतियों जैसे – दहेज प्रथा, बाल विवाह, रूढ़िवादिता, बालश्रम, नशा, आपसी रंजिश इत्यादि इसके अलावा अन्य गैर कानूनी कार्य अपराध में लिप्त होने को रोकने के सम्बन्ध में आवश्यक प्रभावशाली व कानूनी प्रयास करना तथा समय – समय पर समाज की सबसे महत्वपूर्ण इकाई अर्थात परिवारों में संवाद एवं आकलन के लिए सेमिनार आयोजित करनां।
  15. संस्था के सदस्यों व आम जनता के हितों व अधिकारों की रक्षा के लिए सम्बन्धित विभागों से पत्र व्यवहार करना व आवश्यकता पड़ने पर न्यायालयों में जाना तथा सम्बन्धित अधिकारियों से मुलाकात करना।
  16. प्राकृतिक आपदाओं जैसे- बाढ़, सूखा, भुकम्प या तूफान आदि के समय पीड़ितों की चिकित्सा, भोजन, आवास, यातायात व अन्य सामग्री मुहैया कराना और हर संभव सहायता प्रदान करना।
  17. दिव्यांगों के सेवार्थ विभिन्न योजनाये बनाना एवं संचालन करना (सरकारी योजना के नियमानुसार) तथा काला बाजारी रोकने के लिए हर सम्भव प्रयास करना एवं कालेधन अथवा आपराधिक गतिविधियों से प्राप्त संसाधनों का समाजिक प्रतिष्ठा का प्रर्याय बनाने से रोकना।

“राष्ट्रीय खंगार क्षत्रिय संस्था” के मुख्य उद्देश्य

  1. सामाजिक जागरूकता का संचार करके पारस्परिक बंधुत्व मैत्री, करूणा व प्रेम के अधार पर सम्बन्ध स्थापित करना।
  2. खंगार समाज के लोगों को अपने खुद के व्यवसाय से जोड़ने हेतु शिक्षण प्रशिक्षण संस्थाओं आदि की जानकारी देकर सहयोग प्रदान करना।
  3. महिलाओं एवं युवाओं को सहकारिता के आधार पर कुटीर उद्योग लगाने, सिलाई-कढ़ाई आदि हेतु यथासम्भव सहयोग प्रदान करना।
  4. समाज की महिलाओं व् युवाओ में स्वाभिमान सम्मान के प्रति जागरूकता पैदा करने हेतु सभी राजपूत राजाओ व् स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के इतिहास को प्रचारित-प्रसारित करना।
  5. समाज में सामाजिक, शैक्षिणिक और आर्थिक विकास हेतु जागरूकता लाना एवं शिक्षण संस्थाओं, पुस्तकालयों एवं वाचनालयों की स्थापना करने ‘‘खंगार विकास कोष’’ की स्थापित करना।
  6. स्वस्थ आदर्श नागरिकता, सामाजिक सद्भाव मानवीय गुणों के पोषण, प्रोत्साहन एवं बौद्धिक विकास हेतु बच्चों में तकनीकी शिक्षा ज्ञान, लोक कला व खेलकूद के प्रति अभिरूचि पैदा करना।
  7. प्रेरणात्मक साहित्य अनुसंधान हेतु ‘‘अनुसंधान स्कंध’’ संकलन, लेखन एवं प्रकाशन आदि के लिए ‘‘साहित्यक स्कंध’’ की स्थापना करना।
  8. समाज के गरीब व कमजोर वर्ग के लोगों को निःशुल्क विधिक जानकारी व सहयोग हेतु ‘‘कानूनी परामर्श व सहयोग स्कन्ध’’ एवं स्वास्थ्य संबंधी परामर्श हेतु ‘‘चिकित्सीय परामर्श व सहयोग स्कन्ध’’ की स्थापना करना।
  9. पारस्परिक सहकार व सहभागिता के माध्यम से समाज को आर्थिक रूप से स्वालम्बी बनाने हेतु कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार, सहयोग प्रदान करना।
  10. विभिन्न सहकारी व गैर सहकारी संस्थाओं द्वारा संचालित योजनाओं से प्रदान आर्थिक सहायता की जानकारी लेकर व्यवसाय हेतु खंगार समाज को प्रोत्साहन व सहयोग प्रदान करना।